दुग्ध उत्पादकों के पशुधन के स्वास्थ्य, चिकित्सा, एवं नस्ल सुधार,
स्वच्छ दुग्ध उत्पादन
ग्रामीण अंचलों के शिक्षित बेरोजगारों को स्वरोजगार हेतु आवश्यक शिक्षण-प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करा
संस्था के सदस्यों और आम नागरिकों को राष्ट्रीय -एकता, साम्प्रदायिकता-सद्भावना, सामाजिक-समानता, आर्थिक-आत्म निर्भरता, नैतिकता, शिक्षा, स्वास्थ्य, उपभोक्ता अधिकार, पर्यावरण,
कृषि विविधिकरण एवं ग्राम्य विकास
मद्य निषेेध आदि के प्रति शिक्षित एवं समर्पित करना
महिला, युवा, वृद्ध एवं बाल कल्याण की दिशा में कार्य करना तथा समाज के अन्य पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति और अल्पसंख्यक वर्गों के लोगों के हितों और सम्मान की रक्षा करना
पशु चिकित्सा एवं बॉंझपन निवारण
एड्स से बचाव
वृक्षारोपण एवं पर्यावरण सुरक्षा
बच्चा एवं मॉं की देखभाल
जनसंख्या नियन्त्रण एवं परिवार कल्याण मानव स्वास्थ्य एवं जॉंच
लडकियों एवं महिला शिक्षा
बाल देखभाल
जल रक्षण एवं ऊर्जा
ग्रामीणों में बैकिंग एवं परचेज
पोलियों से बचाव तथा रैबीज से बचाव पर कैम्पों/सेमिनार्स का आयोजन करना
वर्तमान परिवेश में आवश्यकता को देखते हुए ग्रामीण नवयुवकों को तकनीकी शिक्षा प्रदान करने हेतु पशु दिवसीय प्राथमिक पशु चिकित्सा एवं कृत्रिम गर्भाधान का प्रशिक्षण कोर्स प्रारम्भ किया है
संस्था के कार्यक्षेत्र में आने वाले समस्त लावारिस पशुओ को आश्रय व निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना, ग्रामीण अंचलों में पशु चिकित्सा एवं पशु बाॅझपन निवारण कैम्पों का आयोजन, पशु पालकों को पशुओं के रखरखाव व स्वच्छ दूध उत्पादन हेतु प्रशिक्षण एवं सलाह देना।
ग्रामीण अंचलों में प्राथमिक पशु चिकित्सा, पशु नस्ल सुधार एवं संरक्षण कार्यक्रमों का संचालन कर बेरोजगार युवक/युवतियों को प्रशिक्षण प्रदान कर स्वरोजगार के अवसर/संसाधन उपलब्ध कराना।
संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु प्रशिक्षण शिविर , सेमिनार, वर्कशॉप , सम्मेलन, व्याख्यानमाला एवं प्रदर्शनी आदि का आयोजन करना।
स्वयं सहायता समूहों का गठन कराकर सामूहिक रोजगारपरक योजनाओं से जुड़ने में ग्रामीण तथा शहरी अंचल में गरीबी की रेखा से नीचे रहने वाले व्यक्तियों के गाय, भैंस, गधे, घोड़े, बैल, बकरी, खच्चर, ऊॅंट आदि पशुओं की निशुल्क चिकित्सा/परामर्श उपलब्ध कराकर उन्हें स्वावलम्बी बनाने में सहयोग प्रदान करना।
संस्था के कार्यक्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को राष्ट्रीय एकता, साम्प्रदायिकता, सद्भावना, आर्थिक आत्मनिर्भरता, सामाजिक समानता, नैतिकता एवं सुचरित्रता, शिक्षा , स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उपभोक्ता अधिकार, पर्यावरण, वृक्षारोपण, कृषि विविधीकरण, ग्राम्य विकास एवं मद्य निषेध आदि क्षेत्रों के प्रति जाग्रत, शिक्षित , समर्पित एवं सक्रिय करने के साथ उक्त हेतु जारी एवं तैयार कार्यक्रमों को लागू करना।
समाज में महिलाओं के प्रति व्याप्त अत्याचार, दहेज उत्पीड़न, बलात्कार, अशिक्षा , वैश्यवृति एवं बाल विवाह आदि प्रमुख समस्याओं के विरूद्ध स्वस्थ जनमत जाग्रत करना तथा निराश्रित, विधवा एवं परित्यक्त महिलाओं को विधिक अधिकारों, साक्षरता एवं स्वरोजगार आदि सहायता सहित युवा कल्याण एवं खेलकूद तथा वृद्ध एवं बाल कल्याण आदि हेतु जारी एवं तैयार योजनाओं को लागू करना।
संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु सरकारी, गैर सरकारी, अर्द्ध सरकारी, स्वयं सेवी संस्थाओं , खादी ग्रामोद्योग कमीशन /बोर्ड एवं समाज कल्याण बोर्ड की योजनाओं/कार्यक्रमों तथा सहायताओं को प्राप्त करके पुनः अधिक से अधिक सदुपयोगी बनाने का प्रयास करना।
अस्पताल , ब्लड बैंक , एवं पैथोलॉजी लैब तथा सम्बंधित अन्य सेवाओं की जनहित मे स्थापना एवं संचालन करना !
संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु ऐसी संस्थाओं से सहयोग व समन्वय स्थापित करना जो वित्तीय एवं अन्य संसाधन उपलब्ध कराती हों।
संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए चन्दा, दान, ऋण, अनुदान स्वरूप आर्थिक सहायता प्राप्त करना, किसी भूमि, भवन तथा चल व अचल सम्पत्ति को अनुदान में प्राप्त करना, क्रय करना, व्यवस्थित रखना, हस्तान्तरण अथवा पट्टे या किराये पर लेना या अनुज्ञा द्वारा अन्य साधनों से प्राप्त करना तथा ना लाभ व हानि के सिद्धान्त पर कार्य करना।