ट्रस्ट की स्थापना, संस्था के कार्यक्षेत्र में आने वाले पशुपालकों, दुग्ध उत्पादकों के आर्थिक हितों, सामाजिक सम्मान, शैक्षिक एवं तकनीकी ज्ञान में वृद्धि सहित उनके जीवन स्तर को ऊॅंचा उठाने के साथ दुग्ध उत्पादकों के पशुधन के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, नस्ल सुधार, समुचित देखभाल, स्वच्छ दुग्ध उत्पादन आदि की व्यवस्था कराने और ग्रामीण अंचलों के शिक्षित बेरोजगारों को स्वरोजगार हेतु आवश्यक शिक्षण-प्रशिक्षण के अवसर प्रदान कराना, संस्था के सदस्यों और आम नागरिकों को राष्ट्रीय -एकता, साम्प्रदायिकता-सद्भावना, सामाजिक-समानता, आर्थिक-आत्म निर्भरता, नैतिकता, शिक्षा , स्वास्थ्य, उपभोक्ता अधिकार, पर्यावरण, कृषि विविधिकरण, ग्राम्य विकास एवं मद्यनिशेध आदि के प्रति शिक्षित एवं समर्पित करने, सामाजिक कुरीतियों को दूर करने, महिला, युवा, वृद्ध एवं बाल कल्याण की दिशा में कार्य करने तथा समाज के अन्य पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जाति एवं जनजाति और अल्पसंख्यक वर्गों के लोगों के हितों और सम्मान की रक्षा के उद्देष्यों की पूर्ति के लिए 08 मई 2013 में की गयी।
ट्रस्ट ने अपनी स्थापना के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए पशु चिकित्सा एवं बांझपन निवारण, एड्स से बचाव, वृक्षारोपण , पर्यावरण सुरक्षा , बच्चा एवं माँ की देखभाल, जनसंख्या नियन्त्रण एवं परिवार कल्याण मानव स्वास्थ्य एवं जांच , लडकियों एवं महिला शिक्षा ,
बाल देखभाल, जल रक्षण एवं ऊर्जा, ग्रामीणों में बैकिंग एवं परचेज, पोलियों से बचाव तथा रैबीज से बचाव पर, कैम्पों/सेमिनार्स का आयोजन करके अधिकाधिक लोगों को एवं पशुओं को लाभान्वित करने हेतु दृढ़ संकल्परत है।
साथ ही हजारों लोगों को स्वच्छ दुग्ध उत्पादन एवं पशुओं की नस्ल सुधार कार्यक्रम की जानकारी से लाभान्वित किया जाना है।
वर्तमान परिवेश में आवश्यकता को देखते हुए केवल संस्थागत सदस्यों को अपने पशुओं की देखभाल हेतु तकनीकी शिक्षा प्रदान करने हेतु 60 दिवसीय पशु प्रबंधन, पशु चिकित्सा एवं कृत्रिम गर्भाधान का प्रशिक्षण कोर्स प्रारम्भ किया है।